कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं? जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!
एक महिला पत्रकार होने के नाते मैं बदलाव से इनकार नहीं कर सकती, लेकिन अनुभव से इतना जरूर कहूंगी कि मीडिया में आज भी पुरुषवादी सोच हावी है।
अप्रैल के महीने को पूरे विश्व में यौन उत्पीड़न जागरूकता महीने के रूप में मनाया गया है, आइये देखें कि हमारे कार्यस्थल महिला सुरक्षा के पैमाना पर कहाँ खड़े हैं?
आई.ए.एस रानी नागर ने अपने फेसबुक पेज पर उत्पीड़न और सरकारी ड्यूटी पर व्यक्तिगत सुरक्षा के आधार पर अपना इस्तीफा पोस्ट करने के बाद तूफान पैदा कर दिया है।
मुझे उम्मीद है कि लोगों को अब एहसास होगा कि 'घर' से भी काम किया जा सकता है क्यूंकि काम तो काम होता है और घर हो या ऑफिस, ये तो बस स्थान मात्र हैं।
हम महिलाएं, घर और बाहर की जिम्मेदारी ईमानदारी से निभाती हैं, मगर तब भी अगर घर या ऑफिस में एक दिन का भी अवकाश मांग लें तो शंका का पात्र बन जाती हैं।
लम्बे अंतराल के बाद जॉब की शुरुआत करने के लिए इन स्ट्रैटेजीज़ को अपना कर आप बेहद जल्द अपने आप को एक बार फिर कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ती पाएंगी।
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