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लंदन शहर की यात्रा कर पर्यटक उस की रम्यता में इतने लीन हो जाते हैं कि वहां से वापस आने का दिल ही नहीं करता। मेरा भी यही हाल था...
दूर तक फैले खेत, जंगल, हरियाली के मनोहारी दृश्य, जिन्हें कलाकार अपने चित्रों में उतारते हैं, आँखों के सामने दौड़ते तो मन रोमांच से भर जाता।
माना ज़िंदगी तेरे इम्तिहान हज़ार हैं पर इन इम्तिहानों में भी ज़िंदगी गुलज़ार है, तू अपने इम्तिहानों का सिलसिला जारी रख, नए हौंसलों के साथ हम भी तैयार हैं।
इस सफर ने मुझे अपना आकलन करने को प्रेरित किया। हम महिलाओं को रोज़मर्रा की आपाधापी के बीच अपने लिए कुछ वक़्त ज़रूर निकालना चाहिए और किसी सफ़र पर जाना चाहिए।
हमारे जीवन में हमारी भाषा हिंदी का वही स्थान है जो ब्रम्हाण्ड में सूर्य का है, अर्थात हिंदी बोलने वालों की पूरी दुनिया हिंदी के इर्द-गिर्द ही घूमती है।
"आप सभी लोग बिलकुल परेशान न हों। आप अपना सामान साथ लीजिये और हमारे घरों में चल कर आराम करें। भोजन भी हमारे साथ ही हो जायेगा।"
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