कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं?  जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!

बेरोज़गार

रोज़गार के नाम पर जिन्होंने ठगा है, ना भूलिए वो किसी का भी सगा है, चुनावों में बड़े दावे करने वालों से, आज रोजगार मांगों तो लाठी मिलती है।

सूखे पत्तों सा हो रहा ये शरीर
रोजगार पतझड़ सा मुंह चिढ़ा रहा
देश की असल‌ समस्या जीडीपी नहीं साहब
असल समस्या तो सबसे बड़ी बेरोजगारी है।

रोजगार के लिए गांव छोड़ दूर तलक जाता है
ये युवा मन माँ की रोटियों को तरस जाता है।
अपनों से मिलने को जब रुह तक कांप जाती है
ऐ! दोस्त, ये समझो बेरोजगारी क्या कुछ नहीं कराती है?

दूसरे शहर खूब मन लगाकर पढाई कर
पर इस आरक्षण ने सारी लुटिया डुबो दी।
सुना है फलाने ने उम्मीदों की फाँसी लगाई है
अरे! जनाब बेरोजगारी ही तो ये रस्सी लाई है।

रोज़गार के नाम पर जिन्होंने ठगा है
ना भूलिए वो किसी का भी सगा है।
चुनावों में बड़े दावे करने वालों से
आज रोजगार माँगों तो लाठी मिलती है।

सिर्फ दो जून की रोटी का जुगाड़ चाहता हूँ
बेरोज़गार हूँ बस रोज़गार माँगता हूँ।

इमेज सोर्स : UNEMPLOYMENT IN INDIA||TENSION TIGHT HAI ||SHORT FILM|Youtube

विमेन्सवेब एक खुला मंच है, जो विविध विचारों को प्रकाशित करता है। इस लेख में प्रकट किये गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं जो ज़रुरी नहीं की इस मंच की सोच को प्रतिबिम्बित करते हो।यदि आपके संपूरक या भिन्न विचार हों  तो आप भी विमेन्स वेब के लिए लिख सकते हैं।

About the Author

80 Posts | 398,629 Views
All Categories