कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं?  जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!

ये दूरियाँ ही नज़दीकियां ले आयेंगी

नाराज़गी तो पल भर की होती है, नज़दीकियां तो उमर भर की रहती है क्यूंकी ये दूरियाँ ही नज़दीकियां ले आयेंगी।

नाराज़गी तो पल भर की होती है, नज़दीकियां तो उमर भर की रहती है क्यूंकी ये दूरियाँ ही नज़दीकियां ले आयेंगी।

दूरियाँ नज़दीकियां बन जाती हैं,
जब महबूब से नाराज़गी हजार हो।

दूरियाँ भले ही जिस्मों की हो,
पर रूह के मिलन को कौन रोक सकता है।

ये दूरियाँ ही नज़दीकियां ले आयेंगी,
जब नाराज़गी दूर हो जायेगी।

नाराज़गी तो पल भर की है,
नज़दीकियां तो उमर भर की हैं। 

मूल चित्र : Screenshot, Lootera Movie, YouTube

विमेन्सवेब एक खुला मंच है, जो विविध विचारों को प्रकाशित करता है। इस लेख में प्रकट किये गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं जो ज़रुरी नहीं की इस मंच की सोच को प्रतिबिम्बित करते हो।यदि आपके संपूरक या भिन्न विचार हों  तो आप भी विमेन्स वेब के लिए लिख सकते हैं।

About the Author

5 Posts | 11,178 Views
All Categories