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आहत सुधा चंद्रन ने प्रधानमंत्री मोदी से की एक ज़रूरी अपील

एक सेलिब्रिटी होने के बावजूद, सुधा चंद्रन द्वारा हाल ही में अपने इंस्टाग्राम अकॉउंट पे एयरपोर्ट पे जाँच से होने वाली असुविधा से आहत हो एक वीडियो पोस्ट किया गया। 

एक सेलिब्रिटी होने के बावजूद, सुधा चंद्रन द्वारा हाल ही में अपने इंस्टाग्राम अकॉउंट पे एयरपोर्ट पे जाँच से होने वाली असुविधा से आहत हो एक वीडियो पोस्ट किया गया। 

मशहूर टीवी अभिनेत्री और प्रख्यात भारतनाट्यम नृत्यांगना सुधा चंद्रन किसी परिचय की मोहताज नहीं है सोलह वर्ष की आयु में अपने पैर खोने के बाद भी अपनी कड़ी मेहनत से सफलता की ऊंचाइयां छूने वाली सुधा चंद्रन हर महिला के लिये प्रेरणा स्रोत है।

लेकिन एक सेलिब्रिटी होने के बावजूद, सुधा चंद्रन द्वारा हाल ही में अपने इंस्टाग्राम अकॉउंट पे एयरपोर्ट पे जाँच से होने वाली असुविधा से आहत हो एक वीडियो पोस्ट किया गया।

टीवी अभिनेत्री सुधा चंद्रन द्वारा पोस्ट किये गए इस वीडियो को देखने के बाद मैं भी ये सोचने को मजबूर हो गई की कितनी तकलीफदेय होती होगी हवाई अड्डों पे होने वाली “ईटीडी “की प्रक्रिया जिसमें कृत्रिम अंग लगे व्यक्ति को हर बार अपने कृत्रिम अंग निकाल कर दिखाने पड़ते होंगे और जाँच के नाम पे होने वाली ऐसी असुविधा के साथ साथ मानसिक परेशानियों से भी हर बार  गुजरना पड़ता होगा।

मात्र सोलह वर्ष की आयु में गंभीर एक्सीडेंट में अपना पैर खोने के बाद भी सुधा चंद्रन ने अपना आत्मविश्वास कभी नहीं खोया। कृत्रिम पैर के साथ सुधा चंद्रन ने देश विदेश में अपने नृत्य का परचम लहराया है। ऐसे में जब सुधा चंद्रन जैसी मशहूर हस्ती भी जब बार बार जाँच के नाम पे होने वाले परेशानियों के आहत और दुखी हो जाती है तो ये वाकई दुखदाई और सोचनीय विषय बन जाता है।

अपने वीडियो में सुधा चंद्रन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करते हुए कहती हैं, “गुड इवनिंग, मैं जो कहने जा रही हूँ ये एक बेहद पर्सनल नोट है। मैं अपनी बात अपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से कहना चाहती हूँ। मैं यह अपील राज्य और केंद्र सरकार दोनों से भी करना चाहती हूँ। मैं सुधा चंद्रन, प्रोफेशनल डांसर और एक्ट्रेस हूँ। मैंने आर्टिफिशल लिंब के सहारे डांस किया और इतिहास रचा, मैंने देश को गौरवान्वित किया है।

लेकिन हर बार जब प्रोफेशनल विजिट पे जब मैं हवाई यात्राओं पे जाती हूँ तो हर बार मुझे एयरपोर्ट पे रोक दिया जाता है। वीडियो में आगे सुधा चंद्रन कहती है, और जब मैं सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ अधिकारियो से अनुरोध करती हूँ की कृपया मेरे कुत्रिम अंग को ईटीडी (विस्फोटक ट्रेस डिटेक्टर) से चेक करे, तब भी वो यही चाहते हैं कि मैं अपने आर्टिफिशल लिंब को खोल कर उन्हें दिखाऊँ।

क्या ये मानवीय रूप से संभव है मोदी जी? क्या यही हमारा देश है? क्या यही वो सम्मान है जो एक महिला हमारे समाज में दूसरी महिला को देती है? सुधा चंद्रन कहती हैं कि बहुत शर्मनाक होता है बार बार एक ही प्रक्रिया से गुजरना। साथ ही सुधा चंद्रन प्रधानमंत्री जी से ये अपील करती भी नज़र आईं कि जिस तरह वरिष्ठ नागरिकों के पास कार्ड होता है वैसा ही कार्ड स्पेशली चैलेंज्ड नागरिकों के पास भी होना चाहिये।”

सुधा चंद्रन, के इस वीडियो पे ढेरों प्रक्रिया भी आने लगी है। आम लोगोँ के साथ कई जानी मानी हस्तियों ने भी सुधा चंद्रन को अपना समर्थन जतलाया है। सुखद बात ये रही कि वीडियो वायरल होते ही केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी माफ़ी मांगी और आश्वासन भी दिया

56 वर्षीय अभिनेत्री सुधा चंद्रन के वीडियो को तुरंत संज्ञान में लेते हुए सीआईएसएफ ने माफ़ी मांगते हुए कहा कि, सुधा चंद्रन को हुए परेशानी के लिये हमें बेहद खेद है। प्रोटोकॉल के लिये कृत्रिम अंग केवल असाधारण परिस्थितियों में सुरक्षा जाँच के लिये हटाया जाता है। सीआईएसएफ ने ये भी कहा कि जाँच का विषय है कि सुधा चंद्रन को ऐसा करने के लिये क्यों कहा गया, साथ ही ये आश्वासन भी दिया गया की प्रोटोकॉल को संवेदनशील बनाया जायेगा जिससे यात्रियों को असुविधा ना हो।

सुधा चंद्रन एक जानी मानी हस्ती हैं। ऐसे में जब उनके साथ एयरपोर्ट पे बार बार सुरक्षा जाँच के नाम पे असंवेदनशील हरकत हो रही है तो आम नागरिकों की क्या बात करे हम? सुधा चंद्रन कितनी आहत हैं ये तो उनके वीडियो से सपष्ट दिख रहा है लेकिन उन लोगों का क्या जो हर रोज़ इस प्रक्रिया से गुजरते हैं और जिनकी शिकायत सुनी भी नहीं जाती?

ऐसे में सुधा चंद्रन की बातों पे ग़ौर कर सरकार को भी चाहिये की सीनियर सिटीजन को मिलने वाले कार्ड के समान ही, जल्द से जल्द स्पेशली चैलेंज्ड नागरिकों के लिये स्पेशली चैलेंज्ड कार्ड की शुरुआत करे जिससे बार बार जाँच के नाम पे होने वाली तकलीफदेय परेशानियों को रोका जा सके।

सुधा चंद्रन द्वारा उठाया गया ये मुद्दा बेहद जरुरी और संवेदनशील भी है और मुझे पूर्ण विश्वास है कि इस विषय पे जल्द से जल्द कदम उठाया जायेगा। तब तक क्यों ना हम सब खुद से और अपने बच्चों से इस विषय में बात करके जागरूकता फैलाएं ताकि समाज के किसी भी व्यक्ति को ऐसी स्थिति का सामना न करना पड़े?

इमेज सोर्स : Sudha Chandran via Instagram 

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