कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं? जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!
22 जनवरी 2020, सुबह 7:00 बजे, चारों दोषियों को फांसी! बस तभी वे आखिरी सांस लेंगे! अगर आज निर्भया हमारे बीच होतीं तो वे क्या ऐसा ही महसूस करतीं?
22 जनवरी 2020, सुबह 7:00 बजे, चारों दोषियों को फांसी! बस तभी वे आखिरी सांस लेंगे! अगर आज निर्भया हमारे बीच होतीं तो वे क्या महसूस करतीं?
सात बरस लंबी अन्याय की काली रात बीत गई! मुबारक हो निर्भया, तुम न्याय की जंग जीत गई ! सब्र देख तुम्हारा वक्त की आँखें भी भीग गई! बेशक देर लगी, आखिरकार वहशियों की सांसे आज रीत गई! मुबारक हो, निर्भया, आत्मसम्मान की ये जंग तुम जीत गई!
मूल चित्र : Wikipedia/ The Hindu
read more...
Women's Web is an open platform that publishes a diversity of views, individual posts do not necessarily represent the platform's views and opinions at all times.