कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं?  जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!

Chanchal Chauhan

निज भाषा उन्नति अहै सब उन्नति को मूल बिन निज भाषा ज्ञान के मिटै न हिय को शूल हिंदी मेरी मातृभाषा व मेरी पहचान है ।अपनी निज भाषा में ही अपने मन की , विचारों की पूर्ण अभिव्यक्ति हो सकती है ऐसा मेरा विचार हैं । हिन्दी मे वार्तालाप से मुझे ऐसा महसूस होता है जैसे मैं अपनी माँ के घर हूँ । अंग्रेजी मेरा कार्यस्थल का माध्यम है । मैं एक बहुत साधारण महिला हूँ ।

Voice of Chanchal Chauhan

प्रकृति की ओर लौट जा मनुष्य

अब भी वक्त है समझ जा, समझने के लिए बुद्धि दी है मैंने! प्रकृति की ओर लौट जा, प्रकृति की शक्ति को चुनौती दी है तूने!

टिप्पणी देखें ( 3 )

The Magic Mindset : How to Find Your Happy Place

अपना ईमेल पता दर्ज करें - हर हफ्ते हम आपको दिलचस्प लेख भेजेंगे!

Women In Corporate Allies 2020

All Categories