कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं? जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!
मैं अब पहले की तरह मरती नहीं हूं, जीती हूं मन ही मन, दुनिया की परवाह कर आँसू बहाती नहीं हूं, अब मैं बदल गई हूं...अब मैं बदल गई हूं!
मैं अब पहले की तरह मरती नहीं हूं, जीती हूं मन ही मन, दुनिया की परवाह कर आँसू बहाती नहीं हूं, अब मैं बदल गई हूं…अब मैं बदल गई हूं!
मैं अब पहले की तरह खिलखिलाती नहीं हूं मुस्कुराती हूं मन ही मन, हंसी होंठों तक लाती नहीं हूं !
मैं अब पहले की तरह प्रेम निभाती नहीं हूं चाहती हूं मन ही मन, प्यार आँखों तक लाती नहीं हूं!
मैं अब पहले की तरह इठलाती नहीं हूं संवरती हूं मन ही मन अदा चाल में लाती नहीं हूं!
मैं अब पहले की तरह कुछ मांगती नहीं हूं समझाती हूं मन ही मन ख़्वाहिश ज़ुबां पर लाती नहीं हूं!
मैं अब पहले की तरह झगड़ती नहीं हूं माफ कर देती हूं मन ही मन तकरार में शिकवों की झड़ी लगाती नहीं हूं!
मैं अब पहले की तरह मरती नहीं हूं जीती हूं मन ही मन दुनिया की परवाह कर आँसू बहाती नहीं हूं!
मैं अब पहले की तरह कमज़ोर नहीं हूं हौसला रखती हूं मन ही मन किसी से भी आस लगाती नहीं हूं!
मूल चित्र : Canva
read more...
Women's Web is an open platform that publishes a diversity of views, individual posts do not necessarily represent the platform's views and opinions at all times.