कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं?  जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!

औरत

समाज के कीचड़ में सनकर भी कितना महकती है औरत।

समाज के कीचड़ में सनकर भी कितना महकती है औरत…

उन्माद सी
पनपती है
औरत
रह कर
बंदिशों में भी
कितना खनकती
है औरत
भविष्य को
मांजती
भूत को
दफ़नाकर
वर्तमान में कैसे
चहकती है औरत
जला कर ख़्वाब
चूल्हों में
कैसे जुगनू सा
चमकती है औरत
समाज के कीचड़ में सनकर भी
कितना महकती है औरत।

मूल चित्र : Pexels 

विमेन्सवेब एक खुला मंच है, जो विविध विचारों को प्रकाशित करता है। इस लेख में प्रकट किये गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं जो ज़रुरी नहीं की इस मंच की सोच को प्रतिबिम्बित करते हो।यदि आपके संपूरक या भिन्न विचार हों  तो आप भी विमेन्स वेब के लिए लिख सकते हैं।

About the Author

2 Posts | 3,001 Views
All Categories