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सीमा पहावा ने जिस अंदाज में रामप्रसाद की तेरहवीं की कहानी कही है, उसका नरेटिव दुनियादारी, रिश्ते और रिश्तों के पीछे का मतलब समझने का है।
11 दिसंबर को अमेजन प्राइम पर ए कॉल टू स्पाई, हिंदी और अंग्रेजी में रिलीज हुई। इस सच्ची कहानी में राधिका आप्टे का किरदार काफी सराहनीय है।
तब्बू एक अंडररेटेड एक्टर हैं। लेकिन तब्बू की ये फिल्में हमेशा मेरे लिए खास हैं, जिनमें वे अपनी एक्टिंग स्किल्स से जान डाल देती हैं।
फिल्म शकुंतला देवी एक ऐसी मां की भी कहानी है जो अपने स्वतंत्र जीवन को जीने के लिए ऐसा जीवन जीती है जो उस दौर के तयशुदा मान्याताओं के बेड़ियों को तोड़ता है।
बॉलीवुड फिल्मों को देखकर ऐसा लगता है कि दोस्ती का भी जेंडर होता है, हिंदी फिल्मों के अनुसार एक लड़का-लड़की तो क्या, लड़कियां भी आपसी दोस्ती नहीं निभा सकतीं।
शार्ट फिल्म खयाली पुलाव पूछती है, क्यों आज भी लड़कियों के सपनों को बस खयाली पुलाव मात्र कहकर अनदेखा कर दिया जाता है? आखिर कब तक?
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