कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं?  जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!

Sangita Tripathi

अल्फाजों संग नई कहानी पिरोती हूँ

Voice of Sangita Tripathi

वैसे हमारी कोई मांग नहीं है, बस लड़की हमें ऐसी चाहिए …

हमारा रिश्तेदारी का खून उबाल लेने लगा, “बेटा हमें तो साधारण लड़की चाहिए। कोई मांग नहीं हैं, ना हूर की परी चाहिए। बस पढ़ी-लिखी होनी चाहिए।”

टिप्पणी देखें ( 0 )
एक घूँघट ने किये क्या-क्या सितम…

सासुमाँ की आवाज सुनाई दी तो नीली दरवाजा खोल सासुमाँ के गले लग रो दी। सख्त सासुमां भी थोड़ा घबरा गई उसे रोता देख।

टिप्पणी देखें ( 0 )
पहली से बच्चा नहीं हुआ इसलिए पति ने दूसरी शादी कर ली…

क्या, कभी सुना है, कि पुरुष पिता नहीं बन पाया तो औरत ने दूसरी शादी कर ली? या औरत दूसरी शादी कर, दूसरा पति ले आई? नहीं ना?

टिप्पणी देखें ( 0 )
जब एक माँ ठान लेती है, तो उसे कोई नहीं हरा पाता…

परवरिश बहुत सावधानी से करनी होती है। यहीं से संस्कार मिलते हैं और यही आपका व्यक्तित्व भी तय करती हैं। पर सबकी परवरिश में अंतर होता है।

टिप्पणी देखें ( 0 )
मेरी इस सहेली के घर इतिहास दोहराया जा रहा था…

मैं दरवाजे से लौट आई। सहेली के चेहरे पर चढ़ा हुआ मुखौटा जो दिख गया। आधुनिकता का ढोल पीटने वाली मेरी सहेली, विचारों से आधुनिक नहीं हो पाई।

टिप्पणी देखें ( 0 )
उसके सहने की भी आखिर कोई सीमा थी…

पति को भी समझाती थी पर शक्की मन नीरा पर विश्वास नहीं कर पाता था और फिर यही शारीरिक हिंसा और शक उसके मानसिक अवसाद का कारण बन गई।

टिप्पणी देखें ( 0 )

The Magic Mindset : How to Find Your Happy Place

अपना ईमेल पता दर्ज करें - हर हफ्ते हम आपको दिलचस्प लेख भेजेंगे!

Women In Corporate Allies 2020

All Categories