कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं?  जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!

Rashmi Choukse

लघु कथा ,कविताएं व सामाजिक मुद्दों पर लेख लिखने का शौक, समाचार पत्र व पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई रचनाएं, महिला संघ की पत्रिकाओं मेंं संपादिका का कार्यभार संभाला,अनेक नाटकों का संपादन व निर्देशन किया, कुशल मंच संचालिका व गायन में विशेष रुचि

Voice of Rashmi Choukse

क्या ज़्यादा ज़रूरी है? तन की खूबसूरती या मन की?

जीवन में कई उतार चढ़ाव आते हैं। कभी किसी को निर्धनता मार देती है कभी बिमारी और कभी विकलांगता। समाज की विकलांग लोगो के लिए दयाभाव नहीं प्रेम रखना चाहिए और उनके जीवन को खुशिओं से भर देना चाहिए। 

टिप्पणी देखें ( 0 )
जिंदगी का फलसफ़ा

यदि पता होता कि बड़े होकर ये सब झेलना पड़ेगा तो हम बड़े होते ही क्यों? पर अब जब बड़े हो ही गए हैं तो क्यों न ज़िन्दगी का फ़लसफ़ा कुछ यूं समझ लें

टिप्पणी देखें ( 0 )
आधुनिक नारी की एक परिभाषा हूँ मैं!

आइये कहें, 'आधुनिक नारी हूँ मैं! मैं द्रौपदी नहीं कि पति की दुर्बलता पर चीर हरण का शिकार बनूँ, मैं मजबूर माँ नहीं कि कन्या के जन्म पर सिर झुकाऊँ​!'

टिप्पणी देखें ( 0 )

The Magic Mindset : How to Find Your Happy Place

अपना ईमेल पता दर्ज करें - हर हफ्ते हम आपको दिलचस्प लेख भेजेंगे!

Women In Corporate Allies 2020

All Categories