कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं?  जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!

तुलसी के आयुर्वेदिक गुण: सिर्फ पौधा ही नहीं औषधि भी

तुलसी को जड़ी बूटी की रानी कहा जाता है। तुलसी एक औषधि वाला पौधा है, जिसमें कई आयुर्वेदिक गुण पाए जाते हैं। तुलसी के हर भाग के अपने फायदे हैं।

तुलसी को जड़ी बूटी की रानी कहा जाता है। तुलसी एक औषधि वाला पौधा है, जिसमें कई आयुर्वेदिक गुण पाए जाते हैं, हर एक भाग औषधि का काम करता है।

तुलसी के गुणों के बारे में कौन नहीं जानता हम सभी लोग तुलसी के पौधे से परिचित हैं। आयुर्वेद में तुलसी को औषधि के गुणों से भरा हुआ एक पौधा माना गया है। आयुर्वेद में तुलसी का एक विशेष महत्त्व है। दादी-नानी के समय से हमारे घरों में औषधि के रूप में तुलसी का उपयोग होता रहा है।

तुलसी का पौधा एक झाड़ी नुमा रूप लिए होता है। इसकी ऊंचाई 1 से 3 फुट की होती है। तुलसी को अपने घरों में भी लगाया जाता है। तुलसी को आयुर्वेद मे विभिन्न रोगों के लिए औषधि के रूप में माना गया है। इस अनमोल पौधे के पांच प्रकार होते हैं। रामा  तुलसी, श्यामा तुलसी, श्वेत या विष्णु तुलसी, वन तुलसी और नींबू तुलसी।

मुख्य रूप से इसकी 2 प्रजातियां है, रामा तुलसी और श्यामा तुलसी। रामा तुलसी की पत्तियां हरी होती है, और श्यामा तुलसी की पत्तियां बैगनी रंग की होती हैं। रामा तुलसी की शाखाएं श्वेत रंग की होती है, और श्यामा तुलसी की शाखाएं काले रंग की होती हैं। दोनों तुलसियों में सामान गुण पाए जाते हैं।

तुलसी के आयुर्वेदिक गुण

तुलसी में एंटी ऑक्सीडेंट गुण पाया जाता है। तुलसी के पत्ते बदलते हुए मौसम और मुंह में होने वाली कई परेशानियां व दुर्गंध आने से बचाते हैं। तुलसी के बीज और पत्तियों का चूर्ण के रूप में भी प्रयोग किया जाता है। इन की पत्तियों में कफ वात दोष को दूर करना, पाचन शक्ति, भूख बढ़ाना, खून को शुद्ध करना के गुण पाये जाते हैं। तुलसी के पत्तों के अनेकों फायदे हैं, बुखार, दिल से जुड़ी बीमारियां, पेट दर्द, मलेरिया, बैक्टीरिया संक्रमण आदि में बहुत फायदेमंद है।

तुलसी के पत्ते स्मरण शक्ति के लिए फायदेमंद:

तुलसी के पत्ते रोजाना 4-5 खाने से मस्तिष्क की कार्यक्षमता बढ़ती है और याददाश्त तेज होते हैं।

सर दर्द में फायदेमंद है तुलसी के पत्ते:

अधिक तनाव या सर दर्द होने पर नाक में एक दो बूंद तुलसी का तेल डाला जाए तो सिर दर्द से जुड़ी समस्याओं में फायदा मिलता है।

साइनसाइटिस या पीनस रोग में फायदेमंद:

साइनसाइटिस के रोगियों को तुलसी की पत्तियां या मंजूरी को मसलकर सुंघा जाए तो जल्दी आराम मिलता है।

कान में दर्द और सूजन में फायदेमंद:

तुलसी के पत्ते कान दर्द और सूजन में आराम देता है। तुलसी के रस को गर्म करके दो बूंद डाला जाए तो दर्द में आराम मिलता है। कान के पीछे सूजन होने पर तुलसी के पत्ते को पीसकर नमक मिला लें और उसका लेप लगाया जाए तो सूजन में फायदा करता है।

दांत दर्द में फायदा करता है:

दांत दर्द में तुलसी के पत्ते और काली मिर्च की गोली बना कर दांत के नीचे रखने से दर्द में आराम मिलता है।

गले से जुड़ी समस्या में आराम मिलता है:

सर्दी-जुखाम हो जाने पर या मौसम बदल जाने पर गले में खराश, या गला बैठ जाने पर तुलसी के रस को हल्के गुनगुने पानी में मिलाकर कुल्ला करने से फायदा मिलता है।

खांसी में फायदेमंद:

तुलसी के पत्तों से बना शरबत आधा से एक चम्मच बच्चों को और दो से चार चम्मच बड़े लोगों को देने से खांसी, श्वास लेने, कुकुर खांसी आदि में आराम और लाभ मिलता है।

डायरिया और पेट की मरोड़ में फायदेमंद:

गलत खानपान और प्रदूषित पानी पी लेने से डायरिया  या पेट में मरोड़ की समस्या हो जाती है। तुलसी की 10 पत्तियां और 1 ग्राम जीरा दोनों को पीसकर शहद के साथ लेने से आराम मिलता है।

मासिक धर्म की अनियमितता में तुलसी के फायदे:

शरीर में वात दोष बढ़ जाने के कारण मासिक धर्म अनियमित हो जाता है। तुलसी के बीज को इस्तेमाल करने से अनियमित मासिक धर्म में फायदा मिलता है।

पीलिया में तुलसी के फायदे:

पीलिया एक ऐसी बीमारी है। जिसका सही समय पर इलाज ना हो तो यह एक गंभीर समस्या ले लेती है। 1-2 ग्राम तुलसी के पत्तों को पीसकर छाछ में मिलाकर पिया जाए तो पीलिया में फायदा मिलता है।

सर्दी खांसी के लिए तुलसी का काढ़ा:

तुलसी का काढ़ा स्वास्थ्य को सेहतमंद बनाने के लिए पिया जाता है। सर्दियों में तुलसी का काढ़ा इस्तेमाल किया जाए तो सर्दी जुखाम और बुखार से छुटकारा मिलता है। तुलसी का काढ़ा बनाना बहुत ही आसान है। इनकी रेसिपी के लिए इस लिंक को देखें।

तुलसी को जड़ी बूटी की रानी कहा जाता है। तुलसी एक औषधि वाला पौधा है। तुलसी के आयुर्वेदिक गुण कई हैं। उसके हर एक भाग औषधि के रूप में प्रयोग में लाए जाते हैं। यह हमारे कई प्रकार की बीमारियों के उपचार में काम आता है। तुलसी के सेवन से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। तुलसी के 3-4 पत्ते नियमित रूप से सेवन करने से शरीर और मन दोनों तंदुरुस्त रहता है।

इमेज सोर्स: Sujay Govindraj from Getty Images via Canva Pro

विमेन्सवेब एक खुला मंच है, जो विविध विचारों को प्रकाशित करता है। इस लेख में प्रकट किये गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं जो ज़रुरी नहीं की इस मंच की सोच को प्रतिबिम्बित करते हो।यदि आपके संपूरक या भिन्न विचार हों  तो आप भी विमेन्स वेब के लिए लिख सकते हैं।

About the Author

16 Posts | 23,459 Views
All Categories