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औरत चाहे कितनी भी कामयाब क्यों ना हो उसे “मिसेज़ हस्बैंड” ही क्यों कहा जाता है?

पति के नाम से पत्नी की पहचान शायद हमारे कल्चर का हिस्सा बन चुका है जिसका एक और उदाहरण मैं आपको देती हूं।

पति के नाम से पत्नी की पहचान शायद हमारे कल्चर का हिस्सा बन चुका है जिसका एक और उदाहरण मैं आपको देती हूं।

शादी के बाद औरत के घर का पता, उसके वोटर आईडी कार्ड का एड्रेस, सरनेम, उसके रिश्ते, दोस्त, उसका टाइम और ना जाने क्या-क्या बदल जाता है। औरत को शादी के बाद मिस्टर हस्बेंड के नाम से बुलाया जाता है। शर्मा जी की मिसेज़, वर्मा जी की मिसेज़, कोहली जी की मिज़ेस वगैरह-वगैरह। अधिकतर होममेकर औरतें अपने आस-पड़ोस में भी ऐसे ही जानी जाती हैं। औरतें चाहें आम हों या ख़ास, उनके नाम के आगे पति का सरनेम या फिर मिसेज़ ‘पति का नाम’ कहकर पुकारा जाता है।

प्रियंका चोपड़ा जो किसी और के नाम की मोहताज़ नहीं हैं उनके साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ । कुछ दिन पहले प्रियंका चोपड़ा ने डेली मेल में पब्लिश एक आर्टिकल पर गुस्सा जताया क्योंकि इस पब्लिकेशन ने उन्हें प्रियंका चोपड़ा की जगह “wife of Nick Jonas” कहा था। इसके बाद प्रियंका ने उनके इस लहज़े को आड़े हाथों लिया और अपने इंस्टाग्राम पर शेयर करते हुए लिखा “ये काफ़ी दिलचस्प है कि मैं अब तक की सबसे बेहतरीन फिल्म फ्रेंचाइज़ी में से एक मैक्ट्रिस का प्रचार कर रही हूं लेकिन अभी भी मेरी पहचान“…..की पत्नी” के रूप में लिखी जा रही है। प्लीज़ कोई मुझे ये बताए कि अभी भी महिलाओं के साथ ऐसा कैसे हो रहा है? क्या मुझे अब अपने बायो में अपना IMDb का लिंक भी जोड़ना पड़ेगा?”

इस वाक्या पर प्रियंका का ग़ुस्सा होना जायज़ है। इतनी बड़ी स्टार जिसने अपनी सालों की मेहनत से अपना नाम बनाया, भारतीय सिनेमा का नाम इंटरनेशनल लेवल पर बड़ा किया, उनकी पहचान को यूं साइडलाइन करके बस उनके पति का नाम लिखना सही नहीं है। प्रियंका चोपड़ा शायद अपने परिवार में सबसे जानी-मानी हस्ती हैं क्योंकि वो ग्लोबल स्टार हैं ऐसे में उनके लिए ये इंस्ट्रोडक्शन लिखना ग़लत है।

पति के नाम से पत्नी की पहचान शायद हमारे कल्चर का हिस्सा बन चुका है जिसका एक और उदाहरण मैं आपको देती हूं। अभी हाल ही में कटरीना और विक्की कौशल की राजस्थान में धूमधाम से शादी हुई। शादी होने से पहले ही सोशल मीडिया में कटरीना कैफ़ को मिसेज़ कौशल बुलाना शुरू कर दिया गया। उनकी कई फोटो के नीचे “मिस्टर एंड मिसेज़ कौशल” का कैप्शन लिखा हुआ मिलेगा। कटरीना कैफ़ जो विक्की कौशल से भी पहले फिल्म इंडस्ट्री में काम कर रही हैं जिन्होंने परदेस से आकर भारतीय सिनेमा में अपनी मेहनत से अपनी एक अलग पहचान बनाई, शादी होते ही झट से उनका नाम “मिसेज़ कौशल” कर दिया गया।

ये सिर्फ प्रियंका चोपड़ा या कटरीना कैफ़ की बात नहीं है। ये तो सिर्फ़ आपको ये बताने के लिए है कि हम अपनी उसी पुरानी मानसिकता में फंसे हुए हैं और वो भी तब जब अधिकतर औरतें ख़ुद आजकल शादी के बाद अपना नाम नहीं बदलतीं। हां, कुछ अपनी इच्छा से अपने नाम के आगे एक और सरनेम ज़रूर जोड़ लेती हैं। अपनी इच्छा से कोई पत्नी अपने पति का नाम रखे या पति अपनी पत्नी का, ये तो अलग बात है लेकिन हम क्यों एक पत्नी की उसकी पूरी की पूरी आइडेंटिटी छीन लेते हैं।

एक इंटरव्यू में दीपिका पादुकोण ने कहा था, “मैंने और रणवीर दोनों ने ही अपना नाम कमाने और पहचान बनाने के लिए बहुत मेहनत की है तो शादी के बाद भी सरनेम बदलने का सवाल ही नहीं उठता।” जो कि बिल्कुल सही बात है।

कहीं ना कहीं मिसेज़ हस्बैंड का ये चलन भी पितृसत्तात्मक समाज का ही तो हिस्सा है जहां अपना सब कुछ छोड़ कर आ रही लड़की से उसका नाम तक भी छीनने की कोशिश की जाती है। थैंक्स टू एजुकेशन एंड एवेयरनेस कि लड़कियां अब इस बात को धीरे-धीरे समझने लगी हैं।

शेक्सपियर कहते थे ‘व्हाट्स इन दि नेम’ लेकिन सच यही है कि ‘एवरिथिंग इज़ नेम’। आपका नाम आपकी पहचान होता है।

इमेज सोर्स: Katrnia Kaif via Instagram

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