कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं?  जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!

अब तू ही बता इन सात जन्मों के बंधन को कैसे मानूँ मैं…

एक मेरा सिंदूर और बिछिया ही पहचान बनायी समाज ने तुम्हारी पहचान थी, फिर इस सफ़ेद पोशाक में कौन पहचानेगा मुझे कि “मैं तुम्हारी हूँ?”

एक मेरा सिंदूर और बिछिया ही पहचान बनायी समाज ने तुम्हारी पहचान थी, फिर इस सफ़ेद पोशाक में कौन पहचानेगा मुझे कि मैं तुम्हारी हूँ?

सात जन्मों का बंधन या एक जन्म का संगम
(विवाह )सात जन्मों का बंधन है ये
सिर्फ़ जिस्म का नहीं आत्मा का संगम है ये
फिर क्यों तेरे जाने से तज दूँ तेरी सारी निशानियों को ?

मुझे लगता है ये
मुझे विधवा नहीं बना रहे हैं
बल्कि तुझसे मेरा नाता ही तोड़ रहे हैं
समझ नहीं पा रही
कि ये मेरे साथ जुल्म कर रहें हैं
या तुझे तेरे यहाँ ना होने का एहसास दिला रहे हैं…

जानती हूँ जब पोंछा गया होगा मेरी माँग का सिंदूर
तेरे अस्तित्व को चोट पहुँची होगी
किस वेदना से तू गुजरा  होगा
समझ सकती हूँ मैं,
कि
ये शरीर त्यागते ही

तेरे सारे रिश्ते भी ख़त्म हो गए हैं…

तो सच क्या है
सात जन्मों का बंधन
या फिर इस एक जन्म का संगम?
तेरी निशानियाँ छीन कर मुझसे
तुझे भूल जाने को कहते हैं
ये आज मुझे तुझसे सारे सम्बंध तोड़ने को कहते हैं…

एक मेरा सिंदूर और बिछिया ही पहचान बनायी समाज ने तुम्हारी पहचान थी
फिर इस सफ़ेद पोशाक में कौन पहचानेगा मुझे कि
मैं तुम्हारी हूँ?
इसमें तो कोई ऐसी निशानी नहीं
जो तुम्हारेअस्तित्वको दर्शाती हो?
तो आज मुझ में तेरे अस्तित्व, तेरे वजूद को नोच कर फ़ेक दिया है, इस खोखले समाज ने। 

तू ही बता कैसे मानूँ
कि ये सम्बंध सिर्फ़एक जन्म का नहीं सात जन्मों का है”
जिसे मैं अपनी आख़री साँस तक भी निभा नहीं पायी
या यूँ कहा जाए कि इस खोखले समाज ने इसे निभाने नहीं दिया।

सच क्या है? झूठ क्या है?
ये तो बस इस मतलबी दुनिया ने खुद के लिए तय किया है
इनको नहीं फ़र्क़ पड़ता तुम्हारी मेरी भावनाओं से
ये तो बस खोखले रिवाजों को यूँ ही बढ़ावा देते जाएँगे
जन्म जन्मांतर के बंधनों को” अपने खोखले ढोंग से तोड़ते जाएँगे…

अकेले आए थे अकेले ही जाना है
किसी को पहले तो किसी को बाद में इस दुनिया को छोड़ जाना है
इस सत्य को जानते हुए भी
इस खोखले रिवाज को इस,
नासमझ दुनिया को बढ़ावा दिए जाना है। 

तू ही बता दे
क्या तू सहन कर पाएगा
यूँ मुझसे दूर रहना
तो फिर क्या मानूँ मैं
ये बंधन सच्चा है या झूठा?
कैसे तोड़ दूँ इस जन्म जन्म के बंधन को मैं…

इमेज सोर्स: Still from Hindi Short Movies DARK SKIN/Content Ka Keeda, YouTube 

विमेन्सवेब एक खुला मंच है, जो विविध विचारों को प्रकाशित करता है। इस लेख में प्रकट किये गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं जो ज़रुरी नहीं की इस मंच की सोच को प्रतिबिम्बित करते हो।यदि आपके संपूरक या भिन्न विचार हों  तो आप भी विमेन्स वेब के लिए लिख सकते हैं।

About the Author

45 Posts | 239,270 Views
All Categories