कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं?  जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!

समाज तेरे ताने-बाणों के रंग…

पैरों में समाज के ताने-बाने पहनाकर, लोग क्या कहेंगे से दहलीज़ ना पार करना सिखाया,मूरत पूरी रंग-बिरंगे रंगों से भरकर, बस एक रंग ना भरा...

पैरों में समाज के ताने-बाने पहनाकर, लोग क्या कहेंगे से दहलीज़ ना पार करना सिखाया,
मूरत पूरी रंग-बिरंगे रंगों से भरकर, बस एक रंग ना भरा…

मैं एक ज़िंदगी रुपी कैनवस हूं!

किसी ने आकर औरत का आकार दिया,
प्रेम के रंगों से मुझे सजाया संवारा,
बलिदान की मूरत से शक्ल बनाई,
आंखों में इज्ज़त का वास दिखाया।

दिल में त्याग और ममता का रंग भरा,
हाथों में जिम्मेदारियों की बेड़ी पहनाई,
परंपराओं के पल्लू को उड़ाकर,
कानों में सिर्फ़ आज्ञा मानना बताया।

पैरों में समाज के ताने-बाने पहनाकर,
लोग क्या कहेंगे से दहलीज़ ना पार करना सिखाया,
मूरत पूरी रंग-बिरंगे रंगों से भरकर,
बस मनचाही आज़ादी का रंग भरना छोड़ दिया।

इमेज सोर्स : Oliver Xi from Pexels via Canva Pro

विमेन्सवेब एक खुला मंच है, जो विविध विचारों को प्रकाशित करता है। इस लेख में प्रकट किये गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं जो ज़रुरी नहीं की इस मंच की सोच को प्रतिबिम्बित करते हो।यदि आपके संपूरक या भिन्न विचार हों  तो आप भी विमेन्स वेब के लिए लिख सकते हैं।

About the Author

80 Posts | 398,021 Views
All Categories