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वजाइनल लुब्रिकेंट से करें दोस्ती अपनी सेक्स लाइफ स्मूथ बनाने के लिए

वजाइनल लुब्रिकेंट के इस्तेमाल से वजाइना में सूखेपन के कारण सेक्स करते हुए हो रही परेशानी जैसे जलन, दर्द इत्यादि पर काबू पाया जा सकता है।

वजाइनल लुब्रिकेंट के इस्तेमाल से वजाइना में सूखेपन के कारण सेक्स करते हुए हो रही परेशानी जैसे जलन, दर्द इत्यादि पर काबू पाया जा सकता है।

सेक्स हमारे जीवन में बहुत ज़रूरी है। ऐसा कहा जाता है कि जिनकी सेक्स लाइफ अच्छी होती है वो औरों के मुक़ाबले ज़्यादा ख़ुश और स्वस्थ जीवन जीते हैं। पर अगर किसी तरह की तकलीफ़ या सूखेपन के साथ हम सेक्स करते हैं तो वह हम महिलाओं के लिए कष्टदायी बन जाता है।

मर्दों को तैयार होने के लिए सिर्फ ज़रूरी है उनके खून को सही जगह पहुंच जाने की। वही मर्दों की तुलना में हम स्त्रियों को तैयार होने में थोड़ा ज़्यादा समय लगता है। जब तक हमारा वजाइना उत्तेजित हो कर नमी की एक परत न बना ले तब तक हम सेक्स के लिए तैयार नहीं होते हैं। इसमें फोरप्ले हमारी मदद करता है। 

आज का ये लेख हम महिलाओं की इसी सामान्य सी समस्या के बारे में है। वजाइना (योनि) के सूखेपन की समस्या का सामना लगभग सभी महिलाओं को करना पड़ता है। पर कई बार हम इसके बारे में खुलकर बोल नहीं पाते। कई महिलाएं इसे अपने अंदर की शारीरिक कमी मान बैठती हैं, जिसके कारण वो किसी से भी इसके बारे में बात करने से कतराती रहती हैं।

चलिए आज हम झिझक को हटा योनि के सूखेपन के कारणों और उनके उपायों के बारे में कुछ बातें करें।    

सेक्स लाइफ में कठिनाईयाँ

योनि के सूखेपन का स्तर सभी स्त्रियों के लिए एक समान नहीं होता है। हमारी योनि प्राकृतिक रूप से अपने आपको सेक्स के लिए तैयार करती है। इसकी तैयारी के क्रम में हमारी योनि से लुब्रिकेंट मतलब एक प्रकार की नमी निकलती है। यह नमी (lubricant) संभोग के समय मददगार साबित होती है। अगर यह नमी न हो या कम हो तो सेक्स के दौरान जलन, दर्द, संक्रमण फैलना इत्यादि की समस्या उत्पन्न हो जाती है। जिसकी वजह से स्त्रियों में सेक्स करने की इच्छा कम या खत्म होने लगती है।

योनि का सूखापन कई कारणों से हो सकता है

फीमेल हॉर्मोन एस्ट्रोजेन की कमी योनि के सूखेपन का प्रमुख कारण है। इसके अलावा प्री-मेनोपॉज़ या मेनोपॉज़ के समय यह दिक्कत आ सकती है। कई बार बच्चे के जन्म और स्तनपान के समय भी महिलाओं को सूखेपन का एहसास होता है। कीमोथेरपी के साइड इफेक्ट्स में से एक यह भी है। कई बार एंटी-एलर्जेन की दवाई से यह समस्या सामने आ सकती है। इन सब के अलावा तनाव और शारीरिक सम्बन्ध बनाने से पहले फोरप्ले को नज़र अंदाज़ कर देना भी योनि में सूखेपन की समस्या पैदा कर सकता है।

ल्यूब क्या है? सूखेपन की समस्या को दूर करने के उपाए – सेक्स लुब्रिकेंट (sex lubricant – lube kya hai)

जब प्राकृतिक लुब्रिकेंट कम हो जाए तो हमें उसे बढ़ाने के लिए अपनी सेहत का ध्यान (शारीरिक व मानसिक) रखना चाहिए और डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। इन सब उपायों से धीरे-धीरे प्राकृतिक लुब्रिकेंट की कमी ठीक हो सकती है। अगर तत्काल उपाय करना चाहते हैं तो बाहरी लुब्रिकेंट की सहायता लेनी चाहिए।

आजकल हमारे देश में भी सेक्सुअल वेलनेस प्रोडक्ट्स की डिमांड बढ़ रही है। उन प्रोडक्ट्स में से एक प्रोडक्ट है सेक्स लुब्रिकेंट। जब योनि में सूखेपन की शिकायत हो, तब एक सेक्स लुब्रिकेंट आपकी मदद कर सकता है। यह लुब्रिकेंट लगाने से सूखेपन के कारण सेक्स करते समय आ रही असुविधाओं जैसे की जलन, दर्द इत्यादि पर काबू पाया जा सकता है।

सेक्स लुब्रिकेंट्स कई प्रकार के आते हैं (type of vaginal lubricant or lubes)

बाज़ार में अलग-अलग ब्रांड्स के वजाइनल लुब्रिकेंट मिलते हैं। उनमें फ्लेवर्ड और नॉन-फ्लेवर्ड दोनों होते हैं। सेक्स लुब्रीकेंट्स के मुख्यतः तीन प्रकार बाज़ार में उपलब्ध हैं।

  1. पानी वाले सेक्स लुब्रीकेंट्स

यह सबसे आसानी से मिलने वाला और सबसे ज़्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला सेक्स लुब्रिकेंट है। यह प्राकृतिक लुब्रिकेंट की तरह होता है और इसमें महिलाओं की नाज़ुक त्वचा में जलन पैदा करने की संभावना कम होती है। यह ल्यूब अन्य सेक्स वेलनेस प्रोडक्ट्स के साथ भी बढ़िया काम करता है। ओरल सेक्स में भी इसके कारण कोई परेशानी नहीं होती है। इसे बार-बार लगाना पड़ता है क्यूंकि यह हमारी त्वचा पर अवशोषित हो जल्दी सूख जाता है।

  1. सिलिकॉन वाले सेक्स लुब्रीकेंट्स

इस प्रकार के सेक्स लुब्रिकेंट पानी वाले ल्यूब से कही ज़्यादा समय तक आपका साथ देते हैं। यह खास कर उन लोगों के लिए उपयोगी है जो सेक्स के समय दर्द और ज़्यादा सूखेपन को महसूस करती हैं। लेकिन इनका उपयोग सिलिकॉन से बने सेक्स टॉयज़ उत्पादों और वाइब्रेटरस के साथ नहीं किया जा सकता है। दोनों के क्षतिग्रस्त होने की सम्भावना रहती है। 

  1. तेल वाले सेक्स लुब्रीकेंट्स

तेल आधारित लुब्रिकेंट एक अच्छे सेक्स का अनुभव देता है। यह लम्बे समय तक आपकी त्वचा में नमी बनाये रखता है। सेक्स मालिश के लिए भी यह लुब्रीकेंट उपयुक्त है। पर, इसे कॉन्डोम के साथ उपयोग नहीं करना चाहिए। इससे कॉन्डोम के फटने का डर बना रहता है। इसके अलावा यह सेक्स ल्यूब संक्रमण के लिए भी कई बार ज़िम्मेदार होता है। इसका इस्तेमाल वाइब्रेटर और सेक्स टॉयज़ के साथ नहीं किया जा सकता है। इसके क्षतिग्रस्त होने की सम्भावना रहती है। 

तेल युक्त ल्यूब में विटामिन ई कैप्सूल का तेल, प्राकृतिक नारियल तेल और प्राकृतिक बादाम का तेल भी शामिल होते हैं। 

सेक्स लुब्रीकेंट का उपयोग कैसे करना चाहिए?(lubes ka upyog kaise karein)

जब भी हम कोई नए उत्पाद को इस्तेमाल करने वाले होते हैं तो सबसे पहले उसके डिब्बे पर लिखे “कैसे इस्तेमाल करें” निर्देश को अच्छी तरह से पढ़ लेना चाहिए। उपयोग हमेशा कम मात्रा से शुरू करना चाहिए। धीरे-धीरे मात्रा बढ़ानी चाहिए तब तक, जब तक हमारी योनि को सेक्स के लिए उपयुक्त रूप से नमी न मिल जाए। ज़रुरत पड़ने पर कई बार इन लुब्रिकेंट्स को लगाया जा सकता है।

वजाइनल या सेक्स लुब्रिकेंट का उपयोग अपने डॉक्टर से सलाह लेने के पश्चात करें।

लुब्रिकेंट्स के साइड-इफेक्ट्स

कई बार वजाइनल लुब्रिकेंट के इस्तेमाल से किसी-किसी को त्वचा में खुजली या चकते की समस्या हो जाती है। कभी -कभी एलर्जिक रिएक्शन भी हो सकते हैं। अगर लुब्रिकेंट्स लगाने से जलन, खुजली या किसी भी प्रकार की परेशानी महसूस हो तो उसी समय उसे साफ़ पानी से धो लेना चाहिए। इनका प्रयोग डॉक्टरी सलाह से करें तो बेहतर होगा।

सेक्स लुब्रिकेंट्स हमारे प्यार के सुनहरे क्षणों को आनंदमय बनाने में मदद करता है। ज़रुरत है अपने पार्टनर से इस विषय में बात कर इसे इस्तेमाल करने की। हम महिलाओं के लिए सेक्स वजाइना के सूखेपन के कारण एक भयानक सपना नहीं बनना चाहिए बल्कि समय रहते इसका समाधान निकाल ज़िन्दगी के उन कीमती क्षणों का भरपूर आनंद उठाना चाहिए।

मूल चित्र : Still from Parachute Ad via YouTube

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Ashlesha Thakur

Ashlesha Thakur started her foray into the world of media at the age of 7 as a child artist on All India Radio. After finishing her education she joined a Television News channel as a read more...

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