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आप सही कह रहे हो मम्मी जी, आजकल लोगों के पास पैसों की कोई कमी नहीं है तो उन्होंने अपने शौक को पूरे करने के लिए नए-नए तरीके अपना लिए हैं।
“अरे बहू इतनी देर से आई हो उठकर? सुबह के 6 बज रहे हैं, मैंने तो चाय भी पी ली।”
“अच्छा किया मम्मी जी। आज सुमित ने ऑफिस से छुट्टी ली है बोले कि तुम्हे और बच्चों को बाहर घूमने गए काफी टाइम हो गया है तो आज तुम सब को पिकनिक पर ले चलता हूँ।”
“आज कोई खास दिन है क्या?”
“नहीं मम्मी जी, बस आज मेरा जन्म दिन था, और बच्चों की जिद्द है कि उन्हें कहीं घुमा कर लाया जाए।”
“बहू, आज कल के बच्चे भी महान हैं, क्या रखा है जन्मदिन में? बेकार में ही एक दिन खराब कर देते हैं। हम तो कभी नहीं गए ऐसे मौज-मस्ती करने, ना ही कोई जन्मदिन मनाया। बस घर में खाना बनाकर सबने खा लिया और हो गया जन्मदिन। लेकिन आज कल तो नए नए चोचले चल पड़े हैं। जिसे देखो अपना जन्मदिन मना रहा है कोई पार्टी तो कोई केक, पता नहीं क्या -क्या चल पड़ा है। मैं तो बहू कभी न जाऊँ ऐसे जन्मदिन मनाने।”
“आप सही कह रहे हो मम्मी जी, आजकल लोगों के पास पैसों की कोई कमी नहीं है तो उन्होंने अपने शौक को पूरे करने के लिए नए-नए तरीके अपना लिए हैं। लेकिन जिसको जो भाये उसे वो करने देते हैं! आप चिंता मत करो, हम सबसे पहले मंदिर जाएंगे, दर्शन करेंगे फिर पिकनिक जायेंगे और आप भी तो हमारे साथ चल रही हो, हम सब खूब मजा करेंगे।”
“ये ठीक बात है तुम्हारी। मैं भी घर में रहकर क्या करूंगी, तुम सब के साथ मैं भी मस्ती कर लूंगी। लेकिन तुम तो मेरे लिए आज हलवा पूरी बना दो बहू। बहुत दिन हो गए कुछ मीठा खाये और तुम्हारे जन्मदिन के बहाने ही सही मुझे कुछ चटपटा खाने को मिल जाएगा। वरना तो आज भी मुझे वही वही दलिया दे दोगी।” सीमा की सास न आंखों को मटकाते हुए कहा।
“अच्छा मम्मी जी, ये बात है! आज आपको हलवा पूरी खाने का मौका मिल गया।” और दोनों हँसने लग गईं।
हम अपने परिवार के साथ ऐसे छोटे-छोटे पलों को आनंद लें, तो जिंदगी कितनी हसीन बन सकती है। किसी और को देखकर कोई काम मत करिए आपको जैसा मन करे आप वैसे ही आनंद लीजिए।
आप मस्त, दुनिया पस्त!!
मूल चित्र: YouTube via Sprinkle of Wonder
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