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मोना सिंह ने शादी से कुछ साल पहले ही अपने एग्स फ्रीज़ करा दिए थे!

मोना सिंह ने शादी से करीब पांच साल पहले ही अपने एग फ्रीज़ करवा दिये थे और ये जानकारी बहुत सी महिलाओं के लिये लाभदायक रहेगी। 

मोना सिंह ने शादी से करीब पांच साल पहले ही अपने एग फ्रीज़ करवा दिये थे और ये जानकारी बहुत सी महिलाओं के लिये लाभदायक रहेगी। 

टेलीविज़न के पॉपुलर शो ‘जस्सी जैसी कोई नहीं’ से घर घर पहचाने जाने वाली मशहूर अभिनेत्री मोना सिंह ने दिसंबर 2019 में अपने दोस्त श्याम गोपालन से शादी की है और अपने शादीशुदा जिंदगी को खुल कर एन्जॉय रही है।

39 साल की मोना ने हाल में ही अपने बेबी प्लानिंग के विषय पे खुल के बात की मोना का कहना है की उन्होंने करीब पांच साल पहले ही 34 साल की उम्र में अपने एग फ्रीज़ करवा दिये थे और अब उन्हें बच्चे के जन्म को ले कर कोई जल्दबाजी नहीं है। लेट शादी करने के कारण मोना फिलहाल अपने पति श्याम के साथ शादीशुदा जिंदगी के खूबसूरत पलों को खुल कर जीना और एन्जॉय करना चाहती हैं। अपने एग को पुणे के एक अस्पताल में फ्रीज़ करवाने के बाद वो मानसिक रूप से आजाद हैं और उन्हें बच्चे की प्लानिंग के लिये कोई जल्दबाजी नहीं है।

आज कल ऐसे मामले काफ़ी देखने को आ रहे है जहाँ महिलाये लेट बच्चे प्लान करती है जिनसे क्रोमोसोमल अब्नोर्मिलिटी, मिसकैरेज, बच्चे में जन्म से परेशानी के साथ अन्य कई शारीरिक परेशानी भी होती है। ऐसे में अपने जवान और स्वस्थ एग को भविष्य के लिये फ्रीज़ करवाना एक नये विकल्प के रूप में सामने आ रहा है।

आइये जानते है कि ‘एग को फ्रीज़’ कैसे करवा सकते हैं, साथ ही इसके क्या फायदे और नुकसान होते हैं

अंडे या एग फ्रीज़ करवाने को मेडिकल टर्म्स में औसाइट क्रायोप्रेजर्वेशन भी कहा जाता है। ये प्रक्रिया महिला के माँ बनने की क्षमता को संरक्षित करने का तरीका है। जिसमें महिला के स्वस्थ और जवान एग को एक मेडिकल प्रक्रिया द्वारा निकाल लिया जाता है और लैब में फ्रीज़ कर दिया जाता है।

एक बार में कम से कम पंद्रह एग लिये जा सकते है। किसी भी महिला के लिये गर्भधारण के लिये 20 साल से 30 साल की उम्र सबसे अच्छी होती है इस समय में एग ज्यादा स्वस्थ होते है ऐसे में इनको फ्रीज़ करवाना सबसे उचित होता है। इस प्रक्रिया में कई मामलों में कोई बड़ा साइड इफ़ेक्ट नहीं होता, थोड़े मूड स्विंग और कुछ दिनों का आराम डॉक्टर कहते हैं। महिला को जब माँ बनने की इच्छा होती है, तब इन एग को पिघला कर स्पर्म के साथ लैब में मिला महिला के गर्भ में डाल दिया जाता है।

एग फ्रीज़ करने का ये तरीका महिलाओं में अपने कॅरियर और फॅमिली लाइफ में बैलेंस लाने का एक प्रयास होता है। महिलायें खुल कर अपना जीवन जीती हैं। आजकल देखा जा रहा है कि कई बार महिलायें अपने कॅरियर में बिजी होने के कारण माँ बनने में जल्दबाजी नहीं करना चाहतीं और देर करने से माँ बनने की स्वाभाविक उम्र भी निकल जाती है। ऐसे में अपने एग को फ्रीज़ करवा वो निश्चिंत हो जाती है की उम्र ज्यादा होने पे भी उनके पास स्वस्थ और गुण वाले एग होंगे और वो माँ बन पायेंगी, क्यूंकि उम्र बढ़ने के साथ स्वाभविक माँ बनना मुश्किल हो जाता है।

जैसा की कहा जाता है ये प्रक्रिया सुरक्षित होती है लेकिन हार्मोनल इंजेक्शन के असर से ओएचएसएस का ख़तरा रहता है जिससे पेटदर्द और मितली आ सकती है। अफसोसजनक रूप से कई केस में ये भी देखा गया है कि कई बार जो एग फ्रीज़ किये गए उपयोग के समय वो जिन्दा नहीं रहते या स्वस्थ नहीं होते ऐसे में ये एग किसी काम के नहीं रहते साथ ही महिला के स्वाभाविक रूप से माँ बनने की उम्र भी निकल जाती है। इस प्रक्रिया में हर जगह अलग खर्च आते है जिसकी जानकारी अस्पताल से मिल जाती है।

मोना सिंह हमेशा से मेरी पसंदीदा अभिनेत्री रही हैं जिन्होंने हर मुद्दे हमेशा खुल कर बात की है।  मोना का एग फ्रीज़ के मुद्दे पे खुलके बात करना भी बहुत सी महिलाओं के लिये लाभदायक रहेगा। आज बहुत सी महिलायें, जो इस बारे सोच रही हैं या फिर एग फ्रीज़ करवाने से झिझक महसूस कर रही हैं, उन सभी महिलाओं के लिये मोना सिंह का ये कदम एक प्रेरणादायक कदम सिद्ध होगा।

मेरी तरफ से मोना सिंह को भविष्य के लिये ढेरों शुभकामनायें।

चित्र साभार : Instagram

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