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डॉटर्स डे के लिए अनामिका जोशी ने बेहद खूबसूरत कविता ‘बेटी तू मेरा प्यार है’ शेयर करी है। अपनी बेटी के लिए एक माँ की भावना आप भी महसूस करें।
बेटियाँ! एक शब्द जो हम सभी के घर को हमेशा हसता खेलता खुशनुमा सा रखता है। अक्सर कहते हैं क़िस्मत वाले होते हैं वो घर जहां बेटियाँ होती हैं और इसी के साथ हर माँ, हर पिता और हर एक बेटी को, ‘अ वैरी हैप्पी डॉटर्स डे।’
हर साल सितंबर के चौथे रविवार को मनाया जाने वाला डॉटर्स डे बहुत खास होता है। हमारे समाज में एक बेटी को लेकर जिस तरह का स्टिग्मा है उसे ही थोड़ा कम करने के लिए डॉटर्स डे की शुरुवात हुई थी। लेकिन आज हम इन सब सामाजिक बुराइयों की बात नहीं करेंगे बल्कि सभी प्यारी बेटियों को सेलिब्रेट करेंगे।
आज डॉटर्स डे को हम सेलिब्रेट कर रहे हैं अनामिका जोशी की इस खूबसूरत सी कविता के साथ।
यकीन मानिये, ये कविता आपके चेहरे पर मुस्कान के साथ आँखों में आँसू भी ले आएगी। बहुत कम शब्दों में एक माँ की तरफ से लिखी अपनी बेटी की इस कविता में अनामिका जोशी ने मानो एक माँ के मन की बात रख दी है। ‘बेटी तू मेरा प्यार है’ शीर्षक के नाम से इस कविता की लेखक अनामिका जोशी इसे अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर करते हुए लिखती हैं “बेटियां होती ही प्यार हैं … तो बस वही सीधे-साधे शब्दों में बताने की कोशिश की है!”
ख़ुशी का इज़हार है,पतझड़ में बहार है,तुझसे ज़िंदगी गुलज़ार है,बेटी तू मेरा प्यार है।
तू सबसे बड़ी,मुसीबतों में चट्टान सी खड़ी,मेरी कहानियों की शुरुवात,मेरे किस्सों की वो मज़ेदार बात,हर बात की तुझे खबर,मेरे सपनों की तू नज़र,मेरे हौंसलो की उड़ान,तू मेरी नन्ही सी जान,तुझमें बसता संसार है,बेटी तू मेरा प्यार है।
रखती रही तेरी हर बात की खबर,कभी चुभी भी होगी तुझे,मेरी तुझपे टिकी नज़र,बंद मुट्ठी सी मेरी ज़िंदगी,कैसे देती खुला आसमान,समझाती रही खुद को,और तू रखती गयी मेरा मान,पर अब मुझे खुद से बढ़कर तुझपर एतबार है,मेरी ख़्वाहिशों को भी तू जिए,बस इसका इंतज़ार है।बेटी तू मेरा प्यार है….
बेटी तू मेरा प्यार है कि लेखिका अनामिका जोशी हमेशा से बेहद खूबसूरत लिखती हैं। इनकी कविताएं हमेशा एक सच्चाई से रूबरू करवाती हैं और एक पॉवरफुल मैसेज देती हैं।
पिछले साल मदर्स डे पर आयी इनकी कविता ‘माँ तुम भी गलत हो सकती हो’ को आपने ज़रूर सुना होगा। और अगर नहीं सुना है तो ज़रूर सुनें। एक माँ की स्थिति को लेकर लिखी गयी इस कविता को बेहद पसंद किया जाता है। इसके अलावा भी इनकी कई कविताएं आयी हैं जिनमे से मेरी सबसे पसंदीदा कविता ‘आखिर तुम होते कौन हो’ है। अनामिका जोशी के इंस्टाग्राम अकाउंट ‘बत्तो की बकवास’ पर आप इनकी कविताएं सुनें। आपको उन कविताओं से एक अलग सा जुड़ाव महसूस हो जायेगा।
ये कविता आप अपनी बेटियों को ज़रूर सुनाये। जिस तरह बेटियां आपके लिए हर मदर्स डे, फ़ादर्स डे किसी बर्थडे की तरह स्पेशल बनाती हैं वैसे ही इस बार आप भी ये छोटी सी कोशिश करें। यकीन मानिये, आपकी ये छोटी सी कोशिश उन्हें बेहद ख़ुशी देगी।
बेटियां भले ही कितनी ही प्यारी, समझदार, केयरिंग क्यों न हो लेकिन हाँ साथ में थोड़ी ज़िद्दी भी होती हैं। वो ज़िद्दी हो सकती हैं क्योंकि वो आपको खुश रखना चाहती हैं, वो ज़िद्दी हो सकती हैं क्योंकि आप ही ने उन्हें हमेशा खुले आसमान में उड़ने दिया है, वो ज़िद्दी हो सकती हैं क्योंकि आप ही ने उन्हें सपने देखने दिए हैं। तो बस उन्हें हर बार की तरह इस बार भी मत रोकियेगा जब वो खुद के लिए कुछ करने निकले, जब वो अपनी एक पहचान बनाने निकले। अंत में वो ये सब अपने और आपके लिए ही कर रही हैं। हां और अपनी बेटियों को कभी किसी और जैसा बनने को मत बोलियेगा क्योंकि वो आपकी बेटी है।
हैप्पी डॉटर्स डे !!
मूल चित्र : YouTube
बेटियाँ हैं तो अस्तित्व है मेरा, आपका और समस्त मानव जाति का
आज फिर-तुझे याद है ना माँ
शादी हो गयी है बेटी की, अब तुम उसे रोज़-रोज़ फोन मत करना…
नए वर्ष में नई सुबह हो और नई पहल हो…
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