कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं?  जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!

एक नहीं दो-दो पापा हैं मेरे…

सोनम को ये तो पता था कि पापा जी (ससुर ) को गुस्सा जल्दी आता हैं। सोनम को घबराहट होने लगी, क्या बात हो गयी, मुझसे कुछ ग़लती हो गयी क्या?

सोनम को ये तो पता था कि पापा जी (ससुर ) को गुस्सा जल्दी आता हैं। सोनम को घबराहट होने लगी, क्या बात हो गयी, मुझसे कुछ ग़लती हो गयी क्या?

सोनम की शादी को कुछ ही दिन हुए थे। आज वो बहुत खुश थी क्योंकि आज वो पहली बार अपने पति के साथ बाहर घूमने जा रही थी। सोनम की शादी चंडीगढ़ जैसे खूबसूरत शहर में हुई थी। नई नई शादी का खुमार और साथ में खूबसूरत शहर का साथ सोने पे सुहागा था समझो।

सोनम अच्छे से तैयार हो गयी जाने के लिए, तभी सोनम के पति ने कहा, “तुमको पापा अपने कमरे में बुला रहें हैं।”

सोनम ने अपने पति से पूछा, “क्या हुआ, क्यों बुलाया है?”

“मुझे क्या पता? मुझ से कहा कि सोनम को कहना ज़रा मेरे कमरे में आने को”, सोनम के पति ने कहा। 

सोनम को ये तो पता था कि पापा जी (ससुर ) को गुस्सा जल्दी आता हैं। सोनम को घबराहट होने लगी, क्या बात हो गयी, मुझसे कुछ ग़लती हो गयी क्या, सोनम मन ही मन सोचने लगीं।

सोनम ने धीरे से कहा, “चलो…”

“कहाँ चलूं?”

“पापा ने तुम को अकेले बुलाया है जाओ जल्दी। नहीं तो पापा गुस्सा करेंगे।” सोनम के पति ने कुटिल मुस्कान बिखेरते हुए बोला। 

(सोनम पापा जी कमरे में गयी। वहाँ पापा जी व मम्मी जी दोनी ही थे।)

घबराहट से सोनल के आवाज़ नही निकल रही थी। धीरे से बोली, “पापा जी आप ने मुझे बुलाया?”

“हाँ बच्चें इधर आ”, पापा जी बोले। 

सोनम उनके पास गई तो उन्होंने सोनम के हाथ मे कुछ रुपये थमाते हुए बोले “ये लो, जो दिल करे बेझिझक खरीद लेना।”

“अरे पापा, मेरे पास हैं, रहने दीजिए”, सोनम ने सकुचाते हुए कहा।

“मैंने कब कहा तेरे पास नहीं है। जब तुम मायके में थी और कभी जब घूमने जाती थी तो, पापा से हक से मांगती थी न, तो फिर?”

“अब तो मायके व ससुराल में तेरे दो-दो पापा हैं। जो चाहिए बेझिझक बोल दिया कर”, पापा ने सोनम के सर पर हाथ रखते हुए बोला।

ये सुनकर सोनम के आँखों में आँसू आ गये।

“थैंक यू पापा जी। मुझे अपनी बहू नहीं बेटी समझने के लिए”, सोनम ने बोला। 

“पापा को थैंक यू नहीं बोलते बेटा जी। थैंक यू तो प्रभु जी का, जिसने मुझे बहू के रूप में बेटी दे दी। एक बात और तू न मुझको पापा जी न बोला कर, सिर्फ पापा बोला कर। जो अपनापन पापा में है वो पापा जी में कहाँ? समझी बेटा जी?” सोनम के पापा जी ने सोनम के सर पे अपना हाथ रखते हुए कहा।

सोनम आज बहुत खुश थी और अपने को बहुत भाग्यशाली मानती थी क्योंकि उसके पास एक नहीं बल्कि दो-दो पापा थे।

मूल चित्र : YouTube

विमेन्सवेब एक खुला मंच है, जो विविध विचारों को प्रकाशित करता है। इस लेख में प्रकट किये गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं जो ज़रुरी नहीं की इस मंच की सोच को प्रतिबिम्बित करते हो।यदि आपके संपूरक या भिन्न विचार हों  तो आप भी विमेन्स वेब के लिए लिख सकते हैं।

About the Author

14 Posts | 76,099 Views
All Categories