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ये लॉकडाउन है एक मिसाल देश की एकता में अनेकता की

निश्चित रूप से सभी समर्पित चिकित्सकों के लिए ये दुनिया सदैव ऋणी रहेगी। मीडिया कर्मी ,सफाई कर्मी और सभी स्वयं सेवी का आभार व सहयोग करें ।

निश्चित रूप से सभी समर्पित चिकित्सकों के लिए ये दुनिया सदैव ऋणी रहेगी, मीडिया कर्मी, सफाई कर्मी और सभी स्वयं सेवी का आभार व सहयोग करें।

आज भारत के जिम्मेदार नागरिक लॉक डाउन का पालन कर रहे हैं। कोरोनावायरस से लड़ने के लिए पहली बार पूरे देश में एक साथ स्थायी लाक डाउन का पालन लोगों के लिये किया जा रहा है। ये ‘यूनाइटेड इंडिया’ की सच्ची तस्वीर है, जो सभी जातियों, रंग, पंथ, धर्म और भाषाओं से ऊपर है।

कोरोना को रोकने और जरूरतमंद लोगों की मदद करने की दिशा में हर व्यक्ति द्वारा उठाया गया हर कदम, कोरोनाफाइट के इतिहास में स्वत: स्वर्णाक्षरों में दर्ज हो रहा है। आज अपने देश के लिए हम सभी एकजुट हैं।

क्या हम जानते हैं कि विकसित देशों और विश्व शक्ति अमेरिका के लोगों द्वारा हमारा अनुसरण किया जा रहा है। पड़ोसी देश और अन्य लोग भी आशा से हमें देख रहे हैं। हर भारतीय के कलाप से इसका अंदाज़ा सभी लगा सकते हैं कि हम सभी कोरोना की समस्या से कैसे निपट रहे हैं, लोग नियमों का पालन कैसे कर रहे हैं, हम दूसरों के बारे में कितना सोचते हैं, हम साथी लोगों की कितनी परवाह करते हैं। लेकिन ये सब क्यों? क्योंकि हमारे यहां गरीबी रेखा से नीचे की श्रेणी के लोग हैं, हमारे पास निरक्षर हैं, हमारे पास अंधविश्वासी हैं लेकिन इसके बाद भी हम एकजुट हैं।

हम मानवता और प्रेम की भाषा समझते हैं। हमारी एकता, समझदाररीपूर्ण कार्य और आज जरूरतमंदों को स्वैच्छिक मदद, कल की ताकत होगी। हमारी विविधता, हमारी जनसंख्या, हमारे कर्तव्य के प्रति हमारी प्रतिबद्धता इस कठिन समय के दौरान देश को मजबूती से खड़ा करेगी ।

हममे से बहुत ने युद्ध नहीं देखा है लेकिन आज की स्थिति युद्ध से कम नहीं है, एक युद्ध जहां एक आम लेकिन अनदेखा दुश्मन है जो उसकी स्वयं की संख्या को गुणा करता हुआ बढ़ता है। पूरी दुनिया कोरोना संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने के लिए सामाजिक दूरी पर जोर दे रही है, आइए हम इस श्रृंखला को एकजुट होकर, दूर से एक साथ होकर, सभी नियमों का पालन कर, तोड़ दें।

आइए हम कम उम्र के बच्चों, वृद्धों, जो अकेले रह रहे हैं, गरीब जरूरत मंद लोगों के प्रति दया का भाव रखें और यथा संभव सहायता करें । हम जिम्मेदारी से सार्वजनिक संसाधनों का उपयोग करें और इसे जरूरतमंद लोगों के साथ सांझा भी करें, सिर्फ स्वयं की न सोचें। अपनी लागत से अधिक मूल्य पर उत्पादों को बेचने के बजाए क्यों न हमारे घरेलू सहायकों को कम से कम मूल्य या मुफ्त वितरित करें?

आइए हम उन सभी आवश्यक सेवाओं के योद्धाओं के लिए आभार व्यक्त करें जो हमें कोविड -19 के दौर में सामान्य जीवन जीने में मदद कर रहे हैं। निश्चित रूप से सभी समर्पित चिकित्सकों के लिए ये दुनिया सदैव ऋणी रहेगी। मीडिया कर्मी, सफाई कर्मी और सभी स्वयं सेवी का आभार व सहयोग करें। भगवान उन्हें और अधिक शक्ति और हौंसला प्रदान करें।

विभिन्न क्षेत्रों के ऐसे प्रतिबद्ध मनुष्यों के कारण ही मानवता हमेशा बची रही है। हमें ‘सोशल डिस्टेंसिंग’ के माध्यम से और सरकार द्वारा निदेशो का एकजुट होकर पालन करना चाहिए।व्यक्तिगत तौर पर स्वच्छता के नियमों का पालन और स्वयं का ध्यान रख कर, जागरूक रह कर इस बड़ी लडाई को जीता जा सकता है।

मूल चित्र : Youtube

विमेन्सवेब एक खुला मंच है, जो विविध विचारों को प्रकाशित करता है। इस लेख में प्रकट किये गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं जो ज़रुरी नहीं की इस मंच की सोच को प्रतिबिम्बित करते हो।यदि आपके संपूरक या भिन्न विचार हों  तो आप भी विमेन्स वेब के लिए लिख सकते हैं।

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Dr .Pragya kaushik

Pen woman who weaves words into expressions. Doctorate in Mass Communication. Media Educator Blogger and Communication Skills Expert. read more...

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