कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं?  जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!

टाइम मैगज़ीन 100 वूमन ऑफ़ द ईयर में इंदिरा गाँधी और अमृत कौर शामिल हैं

टाइम मैगज़ीन 100 वूमन ऑफ द ईयर का ऐलान हुआ और इन सम्मानित महिलाओं की लिस्ट में शामिल हैं भारत की इंदिरा गाँधी और अमृत कौर।  

टाइम मैगज़ीन 100 वूमन ऑफ द ईयर का ऐलान हुआ और इन सम्मानित महिलाओं की लिस्ट में शामिल हैं भारत की इंदिरा गाँधी और अमृत कौर।  

भारतीय महिलाओं के इतिहास के पन्नों में दर्ज हस्ताक्षर टाइम मैगज़ीन में भारत की दो प्रभावशाली महिलाओं की उपस्थिति ने भारत के गौरव को और बढ़ा दिया है। अमेरिका की जानी मानी पत्रिका टाइम मैगज़ीन ने महिलाओं को सम्मानित करते हुए एक सूची जारी की है, इस लिस्ट में पिछली सदी की 100 प्रभावशाली महिलाओं का नाम रजिस्टर किया है।

भारतीय महिलाओं ने गौरवान्वित किया

गर्व की बात यह है कि इसमें भारत की पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी और स्वतंत्रता सेनानी राजकुमारी अमृत कौर नाम भी शामिल किया गया है। 1947 के लिए अमृत कौर को और 1976 के लिए इंदिरा गांधी को सम्मान दिया गया।

टाइम मैगज़ीन 100 वूमन ऑफ़ द ईयर में 1947 के लिए अमृत कौर को और 1976 के लिए इंदिरा गांधी को वुमन ऑफ द ईयर के सम्मान से नवाज़ा है।

इंदिरा गांधी की प्रशंसा में क्या कहा

मैगज़ीन ने इंदिरा गांधी की प्रशंसा में लिखा है कि वे भारत की महान प्रशासक साबित हुईं थीं। टाइम मैगज़ीन ने लिखा कि भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु की पुत्री इंदिरा एक करिश्माई और मजबूत इरादों वाले व्यक्तित्व की महिला थीं।

बिल्कुल सच बात है, भारत उस दौरान काफी जटिल समस्याओं का सामना कर रहा था, और इन समस्याओं का सामना चट्टानों से भी मजबूत इरादों वाली इंदिरा गांधी ने किया था। अपने नेतृत्व से देश के हालातों को उन्होंने सफलतापूर्वक काबू कर लिया था।

जिस समय भारत में महिलाओं की स्थिति काफी कमज़ोर हुआ करती थी। उस दौर में पूरे देश की बागडोर एक महिला प्रधानमंत्री के हाथ में आना अपने आप में बहुत बड़ी बात है। उन्होंने भारत में एक उदाहरण प्रस्तुत किया है कि महिलाएं कहीं भी पुरुषों से कम नहीं हैं। निश्चित ही इससे भारत की महिलाओं का मनोबल बढ़ा और इसी प्रेरणा से भारत की महिलाएं आज हर स्तर पर अपना और देश का विकास कर रही हैं।

अमृत कौर की भूमिका की तारीफ

अमृत कौर के बारे में टाइम मैगज़ीन ने लिखा है कि वे ऑक्सफोर्ड में पढ़ाई करके भारत लौटी थीं और इसके बाद महात्मा गांधी के विचारों से प्रेरित होकर उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल होने का फैसला किया।

कपूरथला के शाही परिवार में जन्मी अमृता 1947 में आजादी के बाद मंत्रिमंडल में जगह बनाने वाली पहली महिला थीं। उन्होंने काउंसिल फॉर चाइल्ड वेलफेयर की स्थापना की थी। इसके साथ ही देश के बड़े अस्पतालों एवं मेडिकल कॉलेजों की स्थापना में भी अमृत कौर का अहम योगदान था।

वे भारत की आजादी के बाद 10 वर्षों तक स्वास्थ्य मंत्री के पद पर थीं। वे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा सामाजिक कार्यकर्ता भी थीं। साथ ही वे महात्मा गांधी की अनुयायी थीं। वे 16 वर्षों तक उनकी सचिव रही। स्वास्थ्य मंत्री के रूप में उन्होंने कई महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वे लीड ऑफ रेड क्रॉस सोसाइटीज़ की सहायक अध्यक्ष रहीं। साथ ही वह ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस की अध्यक्षा भी रहीं।

इन्हीं सब सशक्त भूमिकाओं के लिए वह सराही गयीं। आज मरणोपरांत भी उनके किए कार्य उन्हें और देश दोनों को गौरवान्वित और सम्मानित कर रहे हैं।

क्यों किया वूमेन ऑफ द ईयर का ऐलान

टाइम मैगज़ीन ने इस बात का खुलासा किया कि उन्होंने इस बार वूमेन ऑफ द ईयर का ऐलान करने का फैसला इसलिए लिया है क्योंकि पिछले 72 साल तक मैन ऑफ द ईयर की सूची बनाई जाती थी। जिसमें केवल पुरुष ही सम्मानित किए जाते थे। इसके बाद 1999 में समानता दर्शाने के लिए उसके टाइटल को बदल कर पर्सन ऑफ द ईयर कर दिया गया मगर तब भी ज्यादातर पुरुषों ने ही यह टाइटल जीता।

इसको देखते हुए इस बार टाइम मैगज़ीन नेवूमेन ऑफ द ईयर नामों की घोषणा करने का फैसला किया। जिससे उन महिलाओं को सम्मान मिले, जिनकी अब तक अनदेखी होती रही है। दुनिया इन महिलाओं के महत्वपूर्ण योगदान को जान सके और इन महिलाओं से देश और दुनिया की अन्य महिलाएं भी प्रेरित हो सकें।

टाइम मैगज़ीन 100 वूमन ऑफ़ द ईयर के लिए कवर पेज

इस प्रोजेक्ट के लिए मैगजीन ने 89 नए कवर डिजाइन कराए है। 600 से ज्यादा नामांकनों में से 100 के नाम पर मुहर और उन 100 मे 2 महिलाओं को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्थान मिलना बहुत ही बड़ी जीत है।

मैगजीन ने कई महीने की प्रोसीजर बाद 600 से ज्यादा नामांकनों में से केवल 100 महिलाओं को चुना। डिज़ाइनर कोको शनेल, महारानी एलिजाबेथ, अभिनेत्री मर्लिन मुनरो, राजकुमार डायना, चीन की फार्मास्युटिकल केमिस्ट तु यूयू, लेखिका वर्जीनिया वुफ, मिशेल ओबामा और यूएन की रिफ्यूजी एजेंसी की अगुआई करने वाली सडाको ओगाता जैसी हस्तियों और प्रभावशाली महिलाओं ने इस सूची में जगह बनाई है।

देश नमन करता है

पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी और स्वतंत्रता सेनानी राजकुमारी अमृत कौर को आज सारे भारतीय श्रद्धा पूर्वक नमन करते हैं।

इन सशक्त महिलाओं से सीख लें और सशक्त बनें

महिला सशक्तिकरण की ऐसी मिसाल पेश करने वाली इन महान महिलाओं से देश की सभी महिलाओं को सीख लेनी चाहिए कि जब यह दोनों उस दौर में सशक्त भूमिका निभा सकती हैं तो आज के दौर में आधुनिक भारतीय महिलाएं क्यों नहीं?

मूल चित्र : Time Magazine Cover for Indira Gandhi & Amrit Kaur

विमेन्सवेब एक खुला मंच है, जो विविध विचारों को प्रकाशित करता है। इस लेख में प्रकट किये गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं जो ज़रुरी नहीं की इस मंच की सोच को प्रतिबिम्बित करते हो।यदि आपके संपूरक या भिन्न विचार हों  तो आप भी विमेन्स वेब के लिए लिख सकते हैं।

About the Author

41 Posts | 294,281 Views
All Categories