कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं?  जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!

अब सिर्फ नारी! क्यों कहूँ मैं ख़ुद को अबला

तुम क्या जानोगे हमको, जितना हमने ख़ुद को जाना है, सूरत से दिखते हैं जो, बस उतना ही पहचाना है? अब सिर्फ नारी! क्यों कहूँ मैं ख़ुद को अबला

तुम क्या जानोगे हमको, जितना हमने ख़ुद को जाना है, सूरत से दिखते हैं जो, बस उतना ही पहचाना है? अब सिर्फ नारी! क्यों कहूँ मैं ख़ुद को अबला

अब नारी, नहीं मैं अबला हूँ
लक्ष्मी दुर्गा सबला हूँ
सिर्फ नारी, नहीं मैं अबला हूँ
सीमाओं को लाँघ कर
मर्यादा को थामकर
दिखा रही पग उजला हूँ
बस नारी, नहीं मैं अबला हूँ

तुम क्या जानोगे हमको
जितना हमने ख़ुद को जाना है
सूरत से दिखते हैं जो
बस उतना ही पहचाना है
दूर करेंगे वहम तुम्हारे
कर रहे पूरा हर सपना हैं
हाँ अब नारी, नहीं हम अबला हैं

अपमानों का दाग़ मिटाकर
स्वाभिमान का भाव जगा कर
दिखा रहे पग उजला हैं
क्योंकि नारी, नहीं हम अबला है

मूल चित्र : Pexels 

विमेन्सवेब एक खुला मंच है, जो विविध विचारों को प्रकाशित करता है। इस लेख में प्रकट किये गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं जो ज़रुरी नहीं की इस मंच की सोच को प्रतिबिम्बित करते हो।यदि आपके संपूरक या भिन्न विचार हों  तो आप भी विमेन्स वेब के लिए लिख सकते हैं।

About the Author

Swati Kanojia

Dreamer , creative , luv colours of life , Teacher , love adventure, singer , Dancer , P☺️ read more...

9 Posts | 22,689 Views
All Categories