कोरोना वायरस के प्रकोप में, हम औरतें कैसे, इस मुश्किल का सामना करते हुए भी, एक दूसरे का समर्थन कर सकती हैं?  जानने के लिए चेक करें हमारी स्पेशल फीड!

बेटियाँ हैं तो अस्तित्व है मेरा, आपका और समस्त मानव जाति का

पढ़िए एक माँ का भावनाएं अपनी बेटी के लिए - बेटियाँ हैं तो अस्तित्व है मेरा, आपका और समस्त मानव जाति का, और ये केवल मेरी ही नहीं, शायद हर माँ की अनुभूति होगी।

पढ़िए एक माँ का भावनाएं अपनी बेटी के लिए – बेटियाँ हैं तो अस्तित्व है मेरा, आपका और समस्त मानव जाति का, और ये केवल मेरी ही नहीं, शायद हर माँ की अनुभूति होगी।

वैसे तो लड़कियाँ आजकल हर क्षेत्र में तरक्की कर रही हैं, लेकिन आज भी समाज में कई जगह उन्हें समानता नहीं मिलती। उनकी समानता को बढ़ावा देने के लिए, नेशनल डॉटर्स डे सितंबर के आखिरी रविवार को मनाया जाता है।

बेटियाँ हैं तो अस्तित्व है मेरा, आपका और समस्त मानव जाति का।
और ये केवल मेरी ही नहीं, शायद हर माँ की अनुभूति होगी।

उपकार है बिटिया तेरा मुझ पर
माँ होने का दिया एहसास।
उसी एहसास से ज़िंदा रहती मैं,
जब तू नहीं होती मेरे पास।

तेरी पहली मुस्कान ने भर दी थी,
मेरे अन्दर ज़िंदगी।
शुक्र करती हूँ ऊपर वाले का,
क्या खूब तेरी बन्दगी।

जब चलना सीखा था तुमने,
आँगन में बजती पायल।
चलते चलते गिर जाती तो,
मन हो जाता घायल।

पता नहीं चल पाया तुम
कब छोटी से बड़ी हो गई।
पता नहीं चल पाया तुम
बेटी से कब सखी हो गई।

उंगली पकड़ कर चलने वाली
डोली में विदा हो जाती है,
कैसे रहूँगी, यही सोच कर,
साँस मेरी रुक जाती है।

ईश्वर तुमको हर छोटी,
हर बड़ी खुशी दे।
भूल जाओ सारे गम,
बस हँसी, हँसी और हँसी दे।

मालविका कहते हैं उसको
फूलों से जब लद जाती बेल।
रहे तुम्हारे जीवन में,
हँसी – खुशी का मेल।

इतनी समर्थ बनो,
कि काम सभी के आओ।
औरों को भी सुख दो,
और खुद भी खुशियाँ पाओ।

दुःख अगर आता हो तुम पर,
मुझसे होकर गुज़रे।
कष्ट छोटा सा भी कोई,
तुमको छूकर ना निकले।

सृष्टि की सबसे सुन्दर
रचना होती है बेटी।
तेरे घर की, मेरे घर की,
शान होती है बेटी।
तेरे घर का, मेरे घर का,
मान होती है बेटी।
तेरे घर का, मेरे घर का,
सम्मान होती है बेटी।

कविता को मेरी आवाज़ में यहां सुनें : https://www.youtube.com/watch?v=Ivgk2zfA_e4&feature=youtu.be

मूल चित्र : Pexels

विमेन्सवेब एक खुला मंच है, जो विविध विचारों को प्रकाशित करता है। इस लेख में प्रकट किये गए विचार लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं जो ज़रुरी नहीं की इस मंच की सोच को प्रतिबिम्बित करते हो।यदि आपके संपूरक या भिन्न विचार हों  तो आप भी विमेन्स वेब के लिए लिख सकते हैं।

About the Author

Samidha Naveen Varma

Samidha Naveen Varma Blogger | Writer | Translator | YouTuber • Postgraduate in English Literature. • Blogger at Women's Web- Hindi and MomPresso. • Professional Translator at Women's Web- Hindi. • I like to express my views on various topics read more...

70 Posts | 145,296 Views
All Categories