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इरादे मुक़म्मल करने को अक्सर रूह के कुछ हिस्से सिसकते रहे, ठहराव की तलाश में हम भटकते रहे।
ठहराव की तलाश में हम भटकते रहे, अजीब इत्तफ़ाक़ है, अजीब इत्तफ़ाक़ कि सुकून की तलाश में मफरूर से फिरते रहे। ठहराव की तलाश में हम भटकते रहे। सरकश ख्यालों के पीछे-पीछे चल दिए, ख़्वाबों को हक़ीकत में उतारने को मचलते रहे। ठहराव की तलाश में हम भटकते रहे। मुश्किलें मशक्क़तें तो सैकड़ों मिलीं, फ़िर भी मंज़िलों की आस में रास्ते तरसते रहे। ठहराव की तलाश में हम भटकते रहे। जुनून के काफ़िले थे यूँ कि इरादे मुक़म्मल करने को अक्सर रूह के कुछ हिस्से सिसकते रहे। ठहराव की तलाश में हम भटकते रहे।
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